Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियार की चर्चा से हलचल!, फ्रांस के राष्ट्रपति ने बेलारूस को फोन घुमाया
By: Pinki Sun, 27 Feb 2022 10:42:47
रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग अब खतरनाक मोड़ लेती जा रही है। दरअसल, रूस ने बातचीत का जो प्रस्ताव दिया था, उसे यूक्रेन ने अस्वीकार कर दिया है, ऐसे में अब बड़े स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। रूसी रक्षा मंत्रालय ने जारी बयान में कहा है कि सेना को आदेश दिया गया है कि वो अपना आक्रमण और तेज करे और अब हर दिशा से हमला करे। रूसी सैनिक यूक्रेन की धरती पर कहर बरपा रहे हैं, अब वो और तेजी से और खतरनाक अंदाज में आक्रमण करने वाले हैं। रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग पर दुनियाभर के देशों की नजर है। आशंका जताई जा रही है कि यह युद्ध तोप, गोले, बंदूकों से बढ़कर न्यूक्लियर हमले तक पहुंच सकती है। इस युद्ध में बेलारूस रूस के लिए बड़ा मददगार साबित हो रहा है। ऐसे में फ्रांस ने इस मामले में दखल देते हुए कहा कि बेलारूस को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की मदद नहीं करनी चाहिए।
बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से फोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बेलारूस के उस फैसले की कड़ी निंदा की, जिसमें बेलारूस ने कहा था कि वह रूस को बेलारूस की धरती पर परमाणु हथियार तैनात करने की स्वीकृति देगा। एजेंसी के मुताबिक राष्ट्रपति मैक्रों ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से कहा कि वह बेलारूस और यूक्रेन के लोगों की भावनाओं की कद्र करें और रूस की ओर से किए जा रहे यूक्रेन पर हमलों का सहयोगी न बनें। क्योंकि ऐसा करना किसी के हित में नहीं होगा। इतना ही नहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने बेलारूस के राष्ट्रपति से कहा कि वह जल्द ही रूसी सैनिकों को बेलारूस की धरती छोड़ने का आदेश दें। उन्होंने ये भी दावा किया कि मॉस्को को बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात करने की इजाजत दे दी थी।
इसी दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग की विनाश लीला को खत्म करने पर जोर देते हुए कहा कि अब इसे जल्द से जल्द खत्म किया जाना चाहिए। साथ ही कहा कि कूटनीति का इस्तेमाल करके इसे हल किया जा सकता है।
एजेंसी के मुताबिक एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा ने कहा था कि यूक्रेन पर हमले के बीच बेलारूस को रूस एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी यूक्रेन की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
बता दें कि बेलारूस को रूस का पक्का समर्थक माना जाता है। साथ ही यहां के मौजूदा राष्ट्रपति को रूसी राष्ट्रपति पुतिन का करीबी भी बताया जाता है। यूक्रेन के साथ जारी लड़ाई में बेलारूस खुले तौर पर रूस को समर्थन दे रहा है।
न्यूक्लियर रेडिएशन का खतरा
रूस के हमलों से यूक्रेन की राजधानी कीव दहल गई है। रूसी हमलों में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल बताए जा रहे हैं। जान माल के भारी नुकसान के बीच यूक्रेन में न्यूक्लियर रेडिएशन खतरा बढ़ गया है। यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया है कि रूसी हमले के बाद चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट के पास रेडिएशन का खतरा 20 गुना बढ़ गया है। इस इलाके में रूसी फोर्सेस के मूवमेंट से रेडियोएक्टिव धूल चारों तरफ फैल गई है।
यूक्रेन पर हमले के 3सरे दिन रूस ने दावा किया कि उसने 800 यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है। इनमें 14 सैन्य हवाई क्षेत्र, 19 कमांड पोस्ट, 24 एस-300 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और 48 रडार स्टेशन शामिल हैं। इनके अलावा, यूक्रेनी नौसेना की 8 नौकाओं को भी तबाह कर दिया गया।
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